साउथ कोरिया के पहले राष्ट्रपति
साउथ कोरिया के पहले राष्ट्रपति थे जिनका कार्यकाल 1948 से 1960 तक था। रीः एक साउथ कोरियाई राजनेता भी थे। रीः 1919 से 1925 तक और 1947 से 1948 तक कोरियाई गणराज्य की अनंतिम सरकार के पहले और आखरी राष्ट्रपति भी थे। यह एक कोरियाई स्वतंत्रता कार्यकर्ता थे जिसे 1899 में अपनी गतिविधियों के कारण जेल भी जाना पड़ा। 1904 में जेल से छूटने के बाद वह संयुक्त राज्य अमेरिका चले गए, यहां से अमेरिकी यूनिवर्सिटीज से डिग्री प्राप्त करने का बाद वहां के राष्ट्रपति थिओडोर रूज़वेल्ट से मुलाकात की। 1910-12 में कोरिया लौटने के बाद वह 1913 में हवाई चले गए, जहां पे इनकी मृत्यु हो गयी।
जन्म-मृत्यु
रीः का जन्म 26 मार्च 1875 को ह्वांगहे प्रान्त के जोसियन में हुआ था। रीः की स्कूलिंग शिक्षा एक अमेरिकी मेथोडिस्ट में हुए थी, जहां इन्होने ईसाई धर्म अपना लिया था। 19 जुलाई 1965 में 90 की उम्र में इनकी मृत्यु हो गयी। अपने जीवन के आखरी समय में यह अमेरिका के होनोलुलु, हवाई में ही थे।
1919 में, 1 मार्च के आंदोलन में जापानी दमन के बाद, रीः दक्षिणपंथी कोरियाई अनंतिम सरकार में शामिल हो गए। 1939 में, रीः वाशिंगटन, डी.सी. चले गए, जहाँ 1945 में अमेरिकी सेना द्वारा इन्हे अमेरिकी शाषित कोरिया भेज दिया गया, और 20 जुलाई 18948 को नेशनल असेंबली द्वारा इन्हे कोरिया गणराज्य का पहला राष्ट्रपति चुना गया, तभी से कोरिया के पहले गणराज्य की शुरुआत हुई। राष्ट्रपति के रूप में रीः ने अपने कट्टर कम्युनिस्ट-विरोधी और अमेरिकी-समर्थक विचारों को जारी रखा, जो इनके राजनितिक करियर की विशेषता थी। रीः के शाषन काल में शुरू में इनकी सरकार ने जेजु द्वीप पर एक कम्युनिस्ट विद्रोह को ख़त्म किया, जिसमे संदिग्ध कम्युनिस्ट समर्थकों के खिलाफ एक बहुत बड़ा नरसंहार हुआ जिसमे काम से काम 100,000 (एक लाख) लोग मारे गए थे। 1950-1953 में कोरियाई युद्ध शुरू हो गया, जिसमे नार्थ कोरिया ने साउथ कोरिया पर अटैक कर दिया था। इस टाइम भी रीः कोरिया के राष्ट्रपति थे। जिसमे इन्होने प्रायद्वीप को बलपूर्वक फिर से एकजुट करते हुए युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षण करने से इंकार दिया, जिससे युद्ध ख़त्म हो गया।