कौन थे भारत के पहले IAS
भारत में IAS का पद एक उच्च पद है इसका दमखम हमेशा रहता है और यह एक इज़्ज़तदार पद भी कहलाता है। चाहे कैसा भी IAS अधिकारी हो उसको इज़्ज़त की नज़र से देखा जाता है। भारत के पहले IAS हैं सत्येन्द्रनाथ टैगोर जो 1863 में बने थे। ब्रिटिश शाषित भारत में यह पहले IAS अधिकारी बने थे। इनका जन्म 1 जून 1842 को बंगाल के कलकत्ता शहर में हुआ था। यह ब्रह्मो समाज के मेंबर भी थे। 1 जनवरी 1923 को इनका देहांत हो गया था 80 साल की उम्र में। यह कलकत्ता के थे इसीलिए इनके अंदर एक लेखक, संगीतकार, कवी, समाज सुधारक आदि की छवि दिखती थी और इन सब में इनकी रूचि भी दिखती थी।
आज़ाद भारत के पहले आईएएस अधिकारी, पहली महिला IAS अधिकारी।
आज़ाद भारत के पहले आईएएस अधिकारी थीं अन्ना राजम मल्होत्रा। यह पहली महिला IAS अधिकारी भी थीं। इनका जन्म 17 जुलाई 1927 को ब्रिटिश इंडिया के निरणाम, केरला में हुआ था। 17 सितम्बर 2018 को इनका देहांत हो गया। इनको बोर्ड द्वारा इस सेवा में शामिल किया गया था UPSC के अध्यक्ष R. N. BANARJI के द्वारा। लेकिन इनको विदेश सेवा और केंद्रीय सेवाओं के लिए नियुक्त किया गया महिला होने की वजह से लेकिन इन्होनें सिविल सेवा में ही जाने का निर्णय लिया और अपने बात पर कायम रहीं।
पहले IPS अफसर
भारत के पहले IPS अधिकारी का नाम है सी.वी. नरसिम्हा। इनको चक्रवर्ती विजयराघव नरसिम्हा के नाम से भी जाना जाता है। यह 1948 बैच के पहले अधिकारी थे। इनका जन्म मद्रास में हुआ था, इनकी शिक्षा भारत के सेन्ट जोसेफ़ कॉलेज, तिरुचि और मद्रास विश्वविद्यालय से हुई। इन्होने ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय से भी अपनी शिक्षा प्राप्त की है। इनका प्रवेश भारतीय सिविल सेवा में 1937 में हुआ था। इनको 1946 के नए साल के सम्मान में मद्रास सरकार के विकास विभाग में उप सचिव के रूप में आर्डर ऑफ़ द ब्रिटिश एम्पायर का सदस्य नियुक्त किया गया था।