अमेरिका के पहले राष्ट्रपति कौन थे।

अमेरिका के पहले राष्ट्रपति कौन थे।

अमेरिका, george washington

अमेरिका आज एक विकसित देश है और इसको एक पावरफुल देश भी माना जाता है। यह देश भी पहले ग़ुलामी की ज़ंजीर में जकड़ा हुआ था। अमेरिका के पहले राष्ट्रीपति थे जॉर्ज वाशिंगटन। इनको अमेरिका का पिता भी कहा जाता है। यह पहले राष्ट्रपति तो थे ही साथ साथ सैन्य अधिकारी और राजनीतिज्ञ भी थे। पहले राष्ट्रपति के रूप में इनका कार्यकाल था 22 फ़रवरी 1732 से लेकर 14 दिसंबर 1799 तक। 1775 में इनको कांग्रेस द्वारा द्वितीय महाद्वीपीय महाद्वीप के कमांडर के रूप में नियुक्त किया गया था। वाशिंगटन ने अमेरिकी क्रन्तिकारी युद्ध में जीत हासिल करने के लिए जो वहां के पैट्रियट बलें थी उनका नेतृत्व किया था, क्रन्तिकारी युद्ध जीतने के लिए वाशिंगटन ने अपना पूरा सहयोग दिया था जिसके वजह से इनको 1787 में संवैधानिक सम्मलेन के अध्यक्षय के रूप में काम करने का मौका मिला। इस पद पर रहते हुए वाशिंगटन ने संयुक्त राज्य अमेरिका का संविधान का मसौदा तैयार किया और अमेरिकी संघीय सरकार की स्थापना की। इसीलिए इनको “अपने देश के पिता” के रूप में जाना जाता है।

वाशिंगटन का कार्यकाल

वाशिंगटन का पहला सार्वजनिक कार्यकाल 1749 से 1750 तक था। यह कार्यकाल वर्जीनिया कॉलोनी में कुलपपेर काउंटी के सर्वेक्षक के रूप में था। बाद में सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद फ़्रांसिसी और भारतीय युद्ध के दौरान उन्हें वर्जीनिया रेजिमेंट की कमान सौंपी गयी उसके बाद वाशिंगटन को वर्जीनिया हाउस ऑफ़ बर्गीस के लिये चुना गया और उन्हें फिलाडेल्फिया में कॉन्टिनेंटल कांग्रेस का प्रतिनिधि के लिए नामित किया गया। इसके बाद वाशिंगटन को कांटिनेंटल आर्मी का कमांडर इन चीफ नियुक्त किया गया। वाशिंगटन ने क्रन्तिकारी युद्ध में  ब्रिटिशों पर अपनी जीत हासिल करने के लिए अमेरिकी सेनाओं का नेतृत्व किया जीससे ब्रिटिश को पेरिस की संधि पर हस्ताक्षण करना पड़ा। इसके बाद संयुक्त राज्य अमेरिका को आज़ादी मिली। युद्ध की समाप्ति के बाद 1783 में वाशिंगटन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिए।

वाशिंगटन की नियुक्ति दूत के रूप में

अक्टूबर 1753 में, डीनविडी ने वाशिंगटन को एक विशेष दूत के रूप में नियुक्त किया। वाशिंगटन ने अमेरिका में ब्रिटिशों द्वारा हथियाए गए ज़मीन को खाली कराने के लिए फ़्रांसिसी सेना की मदद लेने की लिए वाशिंगटन भेजा गया था। वाशिंगटन की नियुक्ति और भी बहुत से पद के लिए हुयी थी जैसे ईरोक्काइस कन्फेडरेसी के साथ जिसमे शांति बनाए रखने के लिए फ़्रांसिसी सेनाओं के बारे में और जानकारी इकठ्ठा करने के लिए की गयी थी। वाशिंगटन ने लोग्स्टोन में हाफ किंग टैनाचारीसन और अन्य इरोक्वाइस प्रमुखों से मुलाकात की और फ़्रांसिसी किलों की संख्या और स्थानों के साथ साथ इनके द्वारा बंदी बनाए गए व्यक्तिओं के बारे में ख़ुफ़िया जानकारी इकठ्ठा की। टैनाचारीसन द्वारा वाशिंगटन को कोनॉटोकारियस उपनाम दिया गया, जिसका अर्थ है “गाओं का भक्षक”

अमेरिका एक राष्ट्रपति संवैधानिक गणतंत्र और उदार लोकतंत्र देश है जिसकी तीन अलग अलग शाखाएं हैं-

  1. विधायी
  2. कार्यकारी और
  3. न्यायिक

इसमें द्विसदनी राष्ट्रिय विधायिका हैं जो प्रतिनिधि सभा से बनी है, जो जनसंख्या के आधार पर निचला सदन है। राज्यों और कई क्षेत्रों को पर्याप्त स्वायत्तता दी जाती है, जिसमे एक राजनितिक संस्कृति होती है जो स्वतंत्रता, कानून के तहत समानता, व्यक्तिवाद और समिति सरकार पर ज़ोर देती है।

अमेरिका सबसे विकसित देशों में से एक है, 1890 के बाद यह दुनिया की सबसे बड़ी जीडीपी वाला देश रहा है जो 2023 में वैश्विक अर्थव्यवस्था का 25% से अधिक का योगदान रहा है। इसके पास सबसे बड़ी संपत्ति है, प्रति व्यक्ति उच्चतम औसत आय। इसकी पकड़ कठोर शक्ति के रूप में और सांस्कृतिक प्रभाव के रूप में है। अमेरिका विश्व बैंक, आईएमफ , अमेरिकी राज्यों के संगठन, नाटो, क्वॉड, विश्व स्वास्थ संगठन का संस्थापक सदस्य और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य है।

 

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